नई दिल्ली. अपनी मांगों के संदर्भ में यूपी सरकार की उदासीनता से नाराज उत्तर प्रदेश दारोगा भर्ती-2016 के चयनित अभ्यर्थी अब आंदोलन के जरिए अपनी मांगे मनवाने का मन बना चुके हैं. इसी कड़ी में अब उन्होंने नई दिल्ली स्थित महात्मा गांधी के समाधि स्थल राजघाट पर आमरण अनशन करने की योजना बनाई है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक, उन्हें दिल्ली पुलिस ने धरना देने की अनुमति दे दी है. यह धरना और आमरण अनशन 25 दिसंबर को शुरू होगा.
उत्तर प्रदेश दारोगा भर्ती-2016 के चयनित अभ्यर्थियों ने इस धरने और आमरण अनशन से पहले यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को खत लिखा था. इस खत में अभ्यर्थियों ने अपनी बात साफ की थी. इसमें कहा गया था कि-
1- उत्तर प्रदेश में पुलिस उप-निरीक्षक की अंतिम पूर्ण भर्ती 7 वर्ष पूर्व 2011 में हुई .
2- जिसके बाद वर्तमान में प्रचलित भर्ती प्रक्रिया की विज्ञप्ति 2015 में आई थी जो रद्द कर के वर्ष 2016 में 2707 पुरुष एवं कुल 600 महिला कुल 3307 पदों के लिए दोबारा विज्ञप्ति आई जिसमें 6,30,926 आवेदन आए और 2 वर्ष से अधिक होने के बाद भी पूरी न हो सकी .
3- और इस भर्ती प्रक्रिया में अभ्यर्थियों को दोगुना अधिक मेहनत करना पड़ी .
4- अवगत कराना है इस भर्ती कि परीक्षा जुलाई-2017 में करायी गयी जो कि निरस्त करदी गई थी 5 माह की प्रतीक्षा के बाद पुनः दिसम्बर 2017 में ऑनलाइन माध्यम से परीक्षा पूर्ण हुई .
5- जिसके बाद भर्ती बोर्ड द्वारा जनवरी से मार्च तक तीन बार वेबसाइट पर उत्तर कुंजी उपलब्ध करायी गई जिसमे भी त्रुटियाँ पाई गयी तथा बोर्ड द्वारा परीक्षार्थियों से आपत्तियां मांगी गयी.
6- उसके बाद सभी प्रमुख समाचार-पत्रों में प्रकाशित हुआ की लिखित परीक्षा में कुल 7500 अभ्यर्थी ही पास हुए हैं.
7- जिसके बाद बिना शुद्ध उत्तर कुंजी दिए मई माह में लिखित परीक्षा का परिणाम नोर्मलाइज़ करके घोषित किया गया जिसमे 11091 अभ्यर्थियों को पास किया गया.
8- जून माह के अंत में DV/PST कराने के बाद 01 जुलाई से भीषण गर्मी में शारीरिक परीक्षा प्रारम्भ हुई जिसमे अधिक गर्मी एवं उमस के कारण बहुत अधिक संख्या में अभ्यर्थी हॉस्पिटल पहुंचे एवं कुछ अभ्यर्थियों की मृत्यु तक हो गई .
9- मार्च से जून माह तक भीषण गर्मी में अभ्यर्थियों को दौड़ का कठिन अभ्यास करना पड़ा .
10- इस परीक्षा के अंतिम चरण में 6,30,926 मे से लगभग 6300 अभ्यर्थी पहुंचे जो कि कुल पदो के लगभग दो गुना हैं| जिन्होंने अपने जीवन के बहमूल्य 2 वर्ष से अधिक कठिन परिश्रम के साथ इस परीक्षा में लगा दिए .
11- अतः अब अंतिम परिणाम आने वाला है जिसमे 3307 अभ्यर्थी चयनित होने के बाद लगभग आधे अभ्यर्थी बाहर हो जाएंगे. जिसमे बहुत से अभ्यर्थी आयु पूर्ण होने के कारण अगली परीक्षा में सम्मिलित भी नहीं हो पाएँगे.
अतः महोदय से अनुरोध है कि सभी अभ्यर्थियों के भविष्य को देखते हुए एवं उत्तर प्रदेश पुलिस मे उप-निरीक्षक की कमी को देखते हुए तथा माननीय उच्चतम न्यायालय के आदेशानुसार हर वर्ष उप-निरीक्षक की भर्ती के लिए इस भर्ती प्रक्रिया में पदो की संख्या 3307 से बढाकर चयनित सभी लगभग दोगुने 6300 कुशल अभ्यर्थियों को अंतिम परिणाम मे चुनने की कृपा करें.