विशाखापत्तनम बन्दरगाह पर एक अपतटीय आपूर्ति जलयान में आग लग गई | आग लगने की सूचना मिलते ही जहाज पर सवार सभी क्रू मेंबर पानी में कूद गए | जिनमें 28 क्रू मेम्बरों को बचा लिया गया है जबकि एक क्रू मेंबर अब भी लापता है | इंडियन कोस्ट गार्ड के सहायता से इन 28 क्रू मेम्बरों को बचाया जा सका | जलयान में लगी आग के कारणों का पता अभी नहीं चल पाया है |
इस वर्ष के अन्य अग्नि कांड
आपको यह भी ज्ञात होगा कि भारत के सबसे बड़े विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रमादित्य भी इसी साल के अप्रैल महीने में कर्नाटक के कारवार बंदरगाह के पास पहुंचते समय आग का शिकार हो गया था | इस हादसे में लेफ्टिनेंट कमांडर डी.एस. चौहान आग बुझाते समय बेहोस हो गए थे जिनकी बाद में मृत्यु हो गई थी |
इसी प्रकार का दूसरा हादसा इसी साल के मार्च महीने में हुआ | मार्च में 16 वैज्ञानिकों एवं 46 अन्य लोंगो को लेकर जा रहे जहाज सागर सम्पदा में भी आग लग गई थी जिस पर समय रहते तटरक्षक बलों के द्वारा आग पर काबू पा लिया गया था |
इसी प्रकार पिछले साल एक कामर्शियल जहाज एमवी एसएसएल हल्दिया बंदरगाह से लगभग 111 किलोमीटर दूर बंगाल की खाड़ी में आग लग गई थी | इस हादसे में भी कोस्ट गार्ड टीमों द्वारा जहाज पर सवार चालक दल के 22 सदस्यों को बचा लिया गया था जबकि जहाज का लगभग 70 प्रतिशत हिस्सा जल चुका था |