SSC CGL 2017: एसएससी सीजीएल 2017 के अभ्यर्थी सुप्रीम कोर्ट में चल रहे सुनवाई के अंतिम फैसले का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. इसी मामले यानी एसएससी सीजीएल 2017 की परीक्षा में गड़बड़ी के आरोप पर संज्ञान लेते हुए सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से दोबारा परीक्षा कराने पर निर्णय लेने को कहा है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि इस मामले पर राय लेने के लिए इंफोसिस के पूर्व चेयरमैन नंदन नीलकेणी, कंप्यूटर वैज्ञानिक विजय भाटकर सहित कुछ अन्य विशेषज्ञों की कमिटी बनाई जाएगी.
गत वर्ष परीक्षा में धांधली का आरोप लगाते हुए हजारों छात्रों ने दिल्ली में एसएससी हेडक्वार्टर के आगे जमकर प्रदर्शन किया था. यह प्रदर्शन काफी दिनों तक लगातार जारी रहा. बाद में केंद्र सरकार ने मामले की सीबीआई जांच कराने का आश्वासन देते हुए आंदोलन को खत्म करने को कहा. इसी मामले पर वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी, जिसपर अभी सुनवाई चल रही है. दोबारा से इस तरह की परिस्थिति न बने इस का खास ध्यान रखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से परीक्षा के फिर से आयोजन करने पर फैसला लेने को कहा है. बता दें कि एसएससी सीजीएल परीक्षा में अभ्यर्थियों का चयन तीन चरणों- प्री, मेंस और लिखित परीक्षा के आधार पर किया जाता है. इसमें एसएससी सीजीएल 2017 के तीनों चरण की परीक्षा हो चुकी है.
देशभर में ग्रप बी और सी के हजारों पदों पर बहाली के लिए एसएससी हर साल सीजीएल की परीक्षा का आयोजन करता है. परीक्षा के माध्यम से अभ्यर्थियों को सीबीआई, रेलवे, विदेश मंत्रालय, जीएसटी, गृह मंत्रालय आदि सरकारी विभागों में नौकरी मिलती है. खैर, दोबारा परीक्षा के आयोजन करने पर विचार करने का फैसला सरकार को कहां तक रास आता है यह तो वक्त ही बताएगा. फिलहाल इस सुनवाई प्रकरण में सरकार की ओर से जल्द जवाब आ जाए यही अभ्यर्थियों के लिए राहत होगी.