नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश के प्राथमिक स्कूलों में 69000 सहायक शिक्षकों की भर्ती में इस बार शिक्षामित्रों के लिए सुनहरा मौका है. सरकार ने ज्यादा से ज्यादा शिक्षकों का सहायक अध्यापक के रूप में समायोजन करने के लिए एक खात फॉर्मूला निकाला है. इसके तहत 69000 सहायक शिक्षकों की नई भर्ती में शिक्षामित्रों को न्यूनतम अंक भी पाना जरूरी नहीं होगा. साथ ही उन्हें बोनस अंक भी मिलेंगे.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस भर्ती में शिक्षामित्रों के हर सेवा वर्ष के लिए 2.5 अंक अधिभार (बोनस) के रूप में मिलेगा. रिपोर्ट के मुताबिक, एक उम्मीदवार को अधिभार (बोनस) के रूप में अधिकतम 25 अंक मिल सकेंगे. यह बोनस अंक सीधे गुणवत्ता अंक में जुड़ेगा. ऐसे में माना जा रहा है कि जिस शिक्षामित्र ने प्राथमिक स्तर की टीईटी पास की है, उसका सहायक शिक्षक पद पर चयन लगभग तय है। सैकड़ों शिक्षामित्र ऐसे हैं, जो प्राथमिक स्तर की टीईटी तो पास हैं, लेकिन 26 मई 2018 को हुई परीक्षा में फेल हो गए थे। इस भर्ती में उन्हें अवसर मिल जाएगा।
वहीं टीईटी पास गैर शिक्षामित्र उम्मीदवारों का आरोप है कि शिक्षक भर्ती परीक्षा में निर्धारित न्यूनतम कटऑफ को हटाने से व शिक्षामित्रों को शिक्षक भर्ती में मिल रहे 25 अंक के वेटेज से शिक्षामित्रों को ही सीधा फायदा मिलेगा। शिक्षक भर्ती परीक्षा व गुणवत्ता अंक में यदि कोई अभ्यर्थी शिक्षामित्र के बराबर अथवा कुछ अधिक अंक पाने के बावजूद 25 अंक वेटेज मिलने से शिक्षामित्रों की मेरिट अधिक हो जाएगी और बीएड अभ्यर्थी नियुक्ति से वंचित रह जाएगा।