भारत सरकार द्वारा जब से जम्मू कश्मीर में धारा 370 हटाई गई है तब से लेकर पाकिस्तान में बौखलाहट जारी है| इसी क्रम में पाकिस्तान के लाहौर किले में स्थापित सिख साम्राज्य के महाराजा रणजीत सिंह की प्रतिमा को दो युवको द्वारा क्षतिग्रस्त कर दिया गया| कोल्ड ब्रांज से निर्मित महाराजा रणजीत सिंह की यह प्रतिमा उनके 180 वीं पुण्यतिथि पर लाहौर किले में स्थापित की गई थी| पुलिस ने प्रतिमा को क्षतिग्रस्त करने वाले दोनों युवकों को गिरफ्तार करके ईशनिंदा कानून के तहत केस दर्ज कर जेल भेज दिया | ये दोनों युवक भारत सरकार द्वारा जम्मू–कश्मीर में धारा 370 हटाये जाने से नाराज थे |
वाल्ड सिटी आँफ लाहौर अथारिटी ने ईद त्यौहार के पश्चात क्षतिग्रस्त को ठीक कराने की बात की है | वाल्ड सिटी ऑफ लाहौर अथारिटी ही लाहौर किले की देख–रेख का कार्य करती है | जिसकी प्रवक्ता तानिया कुरैशी ने पीटीआई को बताया कि यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है | हम किले की सुरक्षा व्यवस्था को और बढ़ाएंगे कि जिससे भविष्य में दुबारा ऐसी घटनाएँ न हों | उन्होंने बताया कि प्रतिमा के क्षतिग्रस्त भाग को अगले हफ्ते तक ठीक करा लिया जायेगा| प्रतिमा को ठीक कराने के पश्चात इसे पुनः आम लोगों के दर्शन के लिए खोल दिया जायेगा|
क्या है ईशनिंदा क़ानून
इस कानून के अंतर्गत अगर कोई व्यक्ति जानबूझ कर किसी पूजा स्थल या पूजा में किसी प्रकार का खलल डालता है या धर्म के बारे में कुछ कहता है या लिखता है तो वह सजा का हकदार माना जायेगा | इसके लिए उम्रकैद की सजा का प्रावधान है|