इजराइल के चुनाव परिणामों ने नेतन्याहू की कुर्सी के लिए बजाई खतरे की घंटी परन्तु नेतन्याहू ने नहीं छोड़ी है उम्मीद : इजराइल में सिर्फ 5 माह के अंतराल पर हुए दूसरी बार के संसदीय चुनाव में भी अभी तक किसी भी पार्टी को बहुमत प्राप्त होता नहीं दिखाई दे रहा है | इस कारण प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के पुनः 5 वीं बार इजराइल का प्रधानमंत्री बनने में संकट उत्पन्न हो गया है परन्तु अभी भी प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने उम्मीद नहीं छोड़ी है |
वे गठबंधन के सहारे फिर से प्रधानमंत्री बनने की अपनी उम्मीद बनाए हुए हैं | इजराइल में 17 सितम्बर को ही संसदीय चुनाव हुए थे जिसकी मतगणना का कार्य अपने अंतिम चरण में है | अभी तक के चुनाव परिणामों के अनुसार प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की लिकुड पार्टी को 32 सीटें प्राप्त हुई हैं और मुख्य विपक्षी दल ब्लू एंड व्हाइट को भी 32 ही सीटें मिली है |
इस प्रकार दोनों मुख्य पार्टियों के सीटों की संख्या बराबर हो गई है | इस स्थिति में सरकार बनाने के लिए अब सिर्फ गठबंधन का ही सहारा है | जबकि वहीँ अरब इजराइल दल के गठबंधन को 12 सीटें प्राप्त हुई हैं | सीटों के आधार पर अरब इजराइल दल तीसरी बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है |
वहीँ पर इजराइल की धर्मनिरपेक्ष इजराइल बेईतेनु पार्टी को 9 सीटें प्राप्त हुई हैं | शेष बची बाकी सीटें अन्य पार्टियों को मिली हैं | इजराइल की संसद में 120 सदस्य होते हैं | इस प्रकार किसी भी पार्टी को सरकार बनाने के लिए 61 सीटों का जादुई आंकड़ा होना अनिवार्य है |
आपको जानकारी के लिए बता दें कि इजराइल में कमोबेस यही स्थिति इसी वर्ष अप्रैल में भी हुए संसदीय आम चुनावों में भी हुई थी | तब भी किसी भी पार्टी को बहुमत प्राप्त नहीं हुआ था और प्रधानमंत्री नेतन्याहू सदन में बहुमत सिद्ध नहीं कर पाए थे जिसके फलस्वरूप इजराइल में पुनः चुनाव करने पड़े |